शादी हो या करवाचौथ, रक्षाबंधन हो या ईद या फिर हो तीज को त्योहार…हर महिला की पहली पंसद होती है मेंहदी। एक मेंहदी ही तो है जो हर महिला के श्रृंगार को पूरा कर उसमें चार चांद लगाती है। वैसे मेंहदी के बिना इन सब त्योहारों और उत्सवों की कल्पना भी नहीं कि जा सकती। आजकल के वक्त में महिलाओं का मेंहदी को लेकर क्रेज इतना बढ़ गया है कि अब वह हर त्योहार पर अलग-अलग डिजाइनों में मेंहदी लगाना पसंद करती हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि एक तरफ जहां आपके हाथों पर रचकर सुर्ख लाल रंग देने वाली मेंहदी आपके श्रृंगार को पूरा करती है। वहीं यह आपकी जिंदगी में प्यार और मोहब्बत के साथ धन संपत्ति जैसे सुखों की लाली को भी बिखेरती है।
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मेंहदी को श्रृंगार के साथ-साथ जहां आयुर्वेद में एक महत्वपूर्ण औषधि का दर्जा दिया गया है। वहीं दूसरी ओर मेंहदी को दैविक गुणों से भी भरपूर माना गया है। आज हम आपको इसी मेंहदी के गुप्त सहस्यों के बारे में बताने जा रहे हैं। हम आपको बताएंगे कि मेंहदी की उत्पत्ति कैसे और कब हुई और साथ ही मेंहदी को कब से श्रृंगार के रूप में इस्तेमाल किया जाने लगा।
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मेहंदी को लेकर एक पौराणिक मान्यता है कि जब मां दुर्गा राक्षसों का लगातार वध कर रही थी, तो क्रोध में आकर देवी मां को इस बात का अहसास तक भी ही नहीं हुआ कि वो पूरी तरह रक्त से भर गई हैं। देवी का ये रूप इतना विकराल था कि इस रूप को देखकर ऋषि-मुनि से लेकर अन्य देवतागण भी चिन्तित हो उठे। जिसके बाद वह सब देवराज इन्द्र के पास पहुंचे। जब देवराज इन्द्र ने ऋषि-मुनियों की बात सुनी और उनको बताया कि इस काम को तो सिर्फ देवों के देव महादेव ही कर सकते हैं। उसके बाद फिर सभी भगवान शिव के पास पहुंचे। भगवान शिव ने फिर उनकी बात ध्यानपूर्वक सुनी और सुनकर देवी को इस बात का अहसास कराया कि उनके इस रूप से सभी को डर लग रहा है।
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महादेव से यह बात जानकर देवी ने जब फिर अपनी इच्छा शक्ति से एक देवी को प्रकट किया, जो सुर सुंदरी कहलाई और मां दुर्गा के आदेश पर जो औषधि बनकर देवी के हाथों-पैरों में सज गई। तभी से मेहंदी को औषधि के रूप में माना जाता है। वहीं से ही ये मेहंदी का पौधा भी आगम-निगम के ज्ञाताओं के लिए पूजा और साधना का एक जरूरी अंग बन गया। बताया जाता है कि मेहंदी द्वारा श्रृंगारित हाथ और पांव देखकर देवी दुर्गा काफी प्रसन्न हुईं थी और उन्होंने सुर सुंदरी को वरदान देते हुए कहा कि जैसे तुमने मेरी शोभा बढ़ाई है, ठीक उसी तरह तुम जगत की सभी स्त्रियों का सौंदर्य बढा़ओं और पृथ्वी पर औषधि के रूप में पूजित की जाओगी।
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आपको यकिन ना हो तो आपको बता दें कि ये मेहंदी आपके हाथों की रेखाओं को भी बदल सकती है। इस मेंहदी में इतनी ताकत है कि ये धन-दौलत, सुख-समृद्धि से आपके जीवन को भरपूर कर सकती है। इतना ही नहीं अगर आप किसी ग्रह के कुप्रभाव से परेशान हैं या दांपत्य संबंधों में दरार है, तो मेहंदी उन दरारों को भी भरने में कारगर साबित हो सकती है। हमें लगता है इन सबको जानकर आपको जरूर यकिन हो गया होगा कि मेहंदी आपकी किस्मत को कितना चमका सकती है।